Wednesday 1 February 2012

तीन कहानियाँ- जो बदल सकती हैं आपकी ज़िन्दगी !

जब कभी दुनिया के सबसे प्रभावशाली entrepreneurs का नाम लिया जाता है तो उसमे कोई और नाम हो न हो ,एक नाम ज़रूर आता है. और वो नाम है STEVE JOBS (स्टीव जोब्स) का. APPLE Company के co-founder इस अमेरिकी को दुनिया सिर्फ एक successful entrepreneur , inventor और businessman के रूप में ही नहीं जानती है बल्कि उन्हें world के अग्रणी motivators और speakers  में भी गिना जाता है. और आज आपके साथ good quality Hindi articles share करने की अपनी commitment को पूरा करते हुए हम ak chandravanshi पर आपके साथ  Steve Jobs की अब तक की one of the best speech “Stay Hungry Stay Foolish” Hindi में share कर रहे हैं. यह speech उन्होंने Stanford  University के convocation ceremony (दीक्षांत समारोह) में 12 June 2005 को दी थी.
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 तो चलिए पढते हैं – One of the best speech ever by Steve Jobs , translated in Hindi:

       STEVE JOBS CONVOCATION SPEECH AT STANFORD
“Stay Hungry Stay Foolish”

Thank You;  आज world की सबसे बहेतरीन Universities में से एक के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पर मैं खुद को गौरवान्वित महसूस  कर रहा हूँ. मैं आपको एक सच बता दूं ; मैं कभी किसी college से pass  नहीं हुआ; और आज पहली बार मैंकिसी college graduation ceremony के इतना करीब पहुंचा हूँ. आज मैं आपको अपने जीवन की तीन कहानिया सुनाना  चाहूँगा… ज्यादा कुछ नहीं बस तीन कहानिया.
मेरी पहली कहानी , dots connect करने के बारे में है. Reed College में दाखिला लेने के 6 महीने के अंदर ही मैंने पढाई छोड़ दी, पर मैं उसके 18 महीने बाद तक वहाँ किसी तरह आता-जाता रहा. तो सवाल उठता है कि मैंने college क्यों छोड़ा? ….Actually, इसकी शुरुआत मेरे  जन्म से पहले की है.
 मेरी biological mother*  एक young , अविवाहित  graduate student थी, और वह मुझे किसी और को adoption के लिए देना चाहती थी. पर उनकी एक ख्वाईश थी की कोई college graduate ही मुझे adopt करे. सबकुछ बिलकुल set था और मैं एक वकील और उसकी wife  के द्वारा adopt किया जाने वाला था कि अचानक उस couple  ने अपना विचार बदल दिया और decide किया कि उन्हें एक लड़की चाहिए. इसलिए तब आधी-रात को मेरे parents, जो तब waiting list में थे,को call  करके बोला गया कि , “हमारे पास एक baby-boy है, क्या आप उसे गोद लेना चाहेंगे?” और उन्होंने झट से हाँ कर दी. बाद में मेरी biological mother  को पता चला कि मेरी माँ college pass नहीं हैं और पिता तो High School  पास भी नहीं हैं. इसलिए उन्होंने Adoption Papers sign करने से मना कर दिया; पर कुछ महीनो बाद मेरे होने वाले parents के मुझे college भेजने के आश्वाशनके बाद वो मान गयीं. तो मेरी जिंदगी कि शुरुआत कुछ इस तरह हुई और सत्रह साल बाद मैं college गया..पर गलती से मैंने Stanford जितना ही महंगा college चुन लिया. मेरे working-class parents  की सारी जमा-पूँजी मेरी पढाई में जाने लगी. 6 महीने बाद मुझे इस पढाई में कोई value नहीं दिखी.मुझे कुछ idea नहीं था कि मैं अपनी जिंदगी में क्या करना चाहता हूँ, और college मुझे किस तरह से इसमें help करेगा..और ऊपर से मैं अपनी parents की जीवन भर कि कमाई खर्च करता जा रहा था. इसलिए मैंने कॉलेज drop-out करने का निर्णय लिए…और सोचा जो होगा अच्छा होगा. उस समय तो यह सब-कुछ मेरे लिए काफी डरावना था पर जब मैं पीछे मुड़ कर देखता हूँ तो मुझे लगता है ये मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा decision था.
जैसे ही मैंने college छोड़ा मेरे ऊपर से ज़रूरी classes  करने की बाध्यता खत्म हो गयी . और मैं चुप-चाप सिर्फ अपने interest की classes करने लगा. ये सब कुछ इतना आसान नहीं था. मेरे पास रहने के लिए कोई room नहीं था , इसलिए मुझे दोस्तों के room में फर्श पे सोना पड़ता था.मैं coke  की bottle को लौटाने से मिलने वाले पैसों से खाना खता था.,मैं हर Sunday  7 मील पैदल चल कर Hare Krishna Temple  जाता था ,ताकि कम से कम हफ्ते में एक दिन पेट भर कर खाना खा सकूं. यह मुझे काफी अच्छा लगता था.
.मैंने अपनी life में जो भी अपनी curiosity और intuition की वजह से किया वह बाद में मेरे लिए priceless साबित हुआ. Let me give an example. उस समय Reed College  शायद दुनिया की सबसे अच्छी जगह थी जहाँ Calligraphy* सिखाई जाती थी. पूरे campus में हर एक poster , हर एक label  बड़ी खूबसूरती से हांथों से calligraph  किया होता था .चूँकि मैं college से drop-out कर चुका था इसलिए मुझे normal classes करने की कोई ज़रूरत नहीं थी. मैंने तय किया की मैं calligraphy की classes करूँगा और इसे अछ्छी तरह से सीखूंगा. मैंने serif और sans-serif type-faces के बारे में  सीखा.; अलग-अलग letter-combination के बीच में space vary करना और किसी अच्छी  typography को क्या चीज अच्छा बनाती है , यह भी सीखा . यह खूबसूरत था, इतना artistic था कि इसे science द्वारा capture  नहीं किया जा सकता था, और ये मुझे बेहद अच्छा लगता था. उस समय ज़रा सी भी उम्मीद नहीं थी कि मैं इन चीजों का use कभी अपनी life में करूँगा. लेकिन जब दस साल बाद हम पहला Macintosh Computer बना रहे थे तब मैंने इसे Mac में design कर दिया. और Mac  खूबसूरत typography युक्त दुनिया का पहला computer बन गया.अगर मैंने college से drop-out नहीं किया होता तो Mac मैं कभी multiple-typefaces या  proportionally spaced fonts नहीं होते , और चूँकि Windows ने Mac की copy  की थी तो शायद ये  किसी भी personal computer में ये चीजें नहीं होतीं. अगर मैंने कभी drop-out ही नहीं किया होता तो मैं कभी calligraphy की  वो classes  नहीं कर पाता और फिर शायद personal computers में जो fonts होते हैं , वो होते ही नहीं.
Of course,  जब मैं college में था तब भविष्य में देख कर इन dots  को connect करना  impossible था; लेकिन दस साल बाद जब मैं पीछे मुड़  कर देखता हूँ तो सब कुछ बिलकुल साफ़ नज़र आता है. आप कभी भी future  में झांक कर dots connect नहीं कर सकते हैं. आप सिर्फ past देखकर ही dots connect कर सकते हैं; इसलिए आपको यकीन करना होगा की अभी जो हो रहा है वह आगे चल कर किसी न किसी तरह आपके future से connect हो जायेगा. आपको किसी न किसी चीज में विश्ववास करना ही होगा —अपने guts में, अपनी destiny में, अपनी जिंदगी या फिर अपने कर्म में…किसी न किसी चीज मैं विश्वास करना ही होगा…क्योंकि इस बात में believe करना की आगे चल कर dots connect होंगे आपको अपने दिल की आवाज़ सुनने की हिम्मत देगा…तब भी जब आप बिलकुल अलग रास्ते पर चल रहे होंगे…and that will make the difference.
मेरी दूसरी कहानी , love और loss  के बारे में है. मैं जिस चीज को चाहता था वह मुझे जल्दी ही मिल गयी. Woz और मैंने अपने parents के गराज से  Apple  शरू की तब मैं 20 साल का था. हमने बहुत मेहनत की और 10 साल में Apple दो लोगों से बढ़ कर $2 Billion  और 4000 लोगों की company हो गयी. हमने अभी एक साल पहले ही अपनी finest creation Macintosh release की , मैं तीस का हो गया था और मुझे company से fire  कर दिया गया.
Young Steve Jobs
आप अपनी बनायीं हुई company से fire कैसे हो सकते हैं ? Well, जैसे-जैसे company grow की, हमने एक ऐसे talented आदमी को hire किया ,जिसे मैंने सोचा कि वो मेरे साथ company run करेगा , पहले एक साल सब-कुछ ठीक-ठाक चला…. लेकिन फिर company के future vision  को लेके हम दोनों में मतभेद होने लगे. बात Board Of Directors तक पहुँच गयी, और उन लोगों ने उसका साथ दिया,so at thirty , मुझे निकाल दिया गया…publicly निकाल दिया गया. जो मेरी पूरी adult life का focus था वह अब खत्म हो चुका था, और ये बिलकुल ही तबाह करने वाला था. मुझे सचमुच अगले कुछ महीनो तक समझ ही नहीं आया कि मैं क्या करूं.
मुझे महसूस हुआ कि ये सबकुछ इतनी आसानी से accept  करके मैंने अपने पहले कि generation के entrepreneurs को नीचा दिखाया है. मैं David Packard* और Bob Noyce* से मिला और उनसे सबकुछ ऐसे हो जाने पर माफ़ी मांगी. मैं एक बहुत बड़ा public failure था, एक बार तो मैंने valley* छोड़ कर जाने की भी सोची.पर धीरे – धीरे मुझे अहसास हुआ की मैं जो काम करता हूं, उसके लिए मैं अभी भी  passionate हूँ. Apple में जो कुछ हुआ उसकी वजह से मेरे passion में ज़रा भी कमी नहीं आई है….मुझे reject कर दिया गया है, पर मैं अभी भी अपने काम से प्यार करता हूँ. इसलिए मैंने एक बार फिर से शुरुआत करने की सोची. मैंने तब नहीं सोचा पर अब मुझे लगता है की Apple से fire किये जाने से अच्छी चीज मेरे साथ हो ही नहीं सकती थी. Successful होने का बोझ   अब beginner होने के हल्केपन में बदल चूका था , मैं एक बार फिर खुद को बहुत free महसूस कर रहा था…इस स्वछंदता की वज़ह से मैं अपनी life  की सबसे creative period  में जा पाया.
अगले पांच सालों में मैंने एक company … NeXT  और एक दूसरी कंपनी Pixar start की और इसी दौरान मेरी मुलाक़ात एक बहुत ही amazing lady  से हुई ,जो आगे चलकर मेरी wife बनी. Pixar ने दुनिया की पहली computer animated movie , “ Toy Story”  बनायीं, और इस वक्त यह दुनिया का सबसे सफल animation studio है. Apple ने  एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए NeXT को खरीद लिया और मैं Apple में वापस चला गया. आज Apple, NeXT  द्वारा develop की गयी technology use करती है….अब Lorene और मेरा एक सुन्दर सा परिवार है. मैं बिलकुल surety के साथ कह सकता हूँ की अगर मुझे Apple से नहीं निकाला गया होता तो मेरे साथ ये सब-कुछ नहीं होता. ये एक कड़वी दवा थी …पर शायद patient को इसकी ज़रूरत थी.कभी-कभी जिंदगी आपको इसी तरह ठोकर मारती है. अपना विश्वाश मत खोइए. मैं यकीन के साथ कह सकता हूँ कि मैं सिर्फ इसलिए आगे बढ़ता गया क्योंकि मैं अपने काम से प्यार करता था…I loved my work.
आप really क्या करना पसंद करते हैं यह आपको जानना होगा, जितना अपने love को find करना ज़रूरी है, उतना ही उस काम को ढूँढना ज़रूरी जिसे आप सच-मुच enjoy करते हों आपका काम आपकी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा होगा, और truly-satisfied होने का एक ही तरीका है की आप वो करें जिसे आप सच-मुच एक बड़ा काम  समझते हों...और बड़ा काम करने का एक ही तरीका है की आप वो करें जो करना आप enjoy करते हों.यदि आपको अभी तक वो काम नहीं मिला है तो आप रूकिये मत..उसे खोजते रहिये. जैसा कि दिल से जुडी हर चीज में होता है…वो जब आपको मिलेगा तब आपको पता चल जायेगा…और जैसा की किसी अच्छी relationship में होता है वो समय के साथ-साथ और अच्छा होता जायेगा ….इसलिए खोजते रहिये…रूकिये मत.
मेरी तीसरी कहानी death  के बारे में है. जब मैं 17  साल का था तो मैंने एक quote पढ़ा , जो कुछ इस तरह था, “ यदि आप हर रोज ऐसे जियें जैसे की ये आपकी जिंदगी का आखीरी दिन है ..तो आप किसी न किसी दिन सही साबित हो जायेंगे.” इसने मेरे दिमाग पे एक  impression बना दी, और तबसे…पिछले 33  सालों से , मैंने  हर सुबह उठ कर शीशे में देखा है और खुद से एक सवाल किया है , “ अगर ये  मेरी जिंदगी का आखिरी दिन होता तो क्या मैं आज वो करता जो मैं करने वाला हूँ?” और जब भी लगातार कई दिनों तक जवाब “नहीं” होता है , मैं समझ जाता हूँ की कुछ बदलने की ज़रूरत है. इस बात को याद रखना की मैं बहत जल्द मर जाऊँगा मुझे अपनी life  के बड़े decisions लेने में सबसे ज्यादा मददगार होता है, क्योंकि जब एक बार death  के बारे में सोचता हूँ तब सारी expectations, सारा pride, fail होने का डर सब कुछ गायब हो जाता है और सिर्फ वही बचता है जो वाकई ज़रूरी है.इस बात को याद करना की एक दिन मरना है…किसी चीज को खोने के डर को दूर करने का सबसे अच्छा  तरीका है.आप पहले से ही नंगे हैं.ऐसा कोई reason नहीं है की आप अपने दिल की ना सुने.
 करीब एक साल पहले पता चला की मुझे cancer है . सुबह 7:30 बजे मेरा scan हुआ, जिसमे साफ़-साफ़ दिख रहा था की मेरे pancreas में tumor  है. मुझे तो पता भी नहीं था की pancreas क्या होता है. Doctor ने लग-भग यकीन के साथ बताया की मुझे एक ऐसा cancer है जिसका इलाज़ संभव नहीं है..और अब मैं बस 3 से 6 महीने का मेहमान हूँ. Doctor  ने सलाह दी की मैं घर जाऊं और अपनी सारी चीजें व्यवस्थित कर लूं, जिसका indirect मतलब होता है कि , “आप मरने की तैयरी कर लीजिए.”  इसका मतलब कि आप कोशिश करिये कि आप अपने बच्चों से जो बातें अगले दस साल में करते , वो अगले कुछ ही महीनों में कर लीजिए. इसका ये मतलब होता है कि आप सब-कुछ सुव्यवस्थित कर लीजिए की आपके बाद आपकी family को कम से कम परेशानी हो.इसका ये मतलब होता है की आप सबको गुड-बाय कर दीजिए.
मैंने इस diagnosis के साथ पूरा दिन बिता दिया फिर शाम को मेरी biopsy हुई जहाँ मेरे मेरे गले के रास्ते, पेट से होते हुए मेरी intestine में एक endoscope डाला गया और एक सुई से tumor से कुछ cells  निकाले गए. मैं तो बेहोश था , पर मेरी wife , जो वहाँ मौजूद थी उसने बताया की जब doctor ने microscope से मेरे cells देखे तो वह रो पड़ा…दरअसल cells देखकर doctor समझ गया की मुझे एक बहुत ही दुर्लभ प्रकार का  pancreatic cancer है जो surgery से ठीक हो सकता है. मेरी surgery हुई और सौभाग्य से अब मैं ठीक हूँ.
मौत के इतना करीब मैं इससे पहले कभी नहीं पहुंचा , और उम्मीद करता हूँ की अगले कुछ दशकों तक   पहुँचूं भी नहीं. ये सब देखने के बाद मैं ओर भी विश्वाश के साथ कह सकता हूँ की death एक useful but intellectual concept है.कोई मरना नहीं चाहता है, यहाँ तक की जो लोग स्वर्ग जाना चाहते हैं वो भी…फिर भी मौत वो मजिल है जिसे हम सब share  करते हैं.आज तक इससे कोई बचा नहीं है. और ऐसा ही होना चाहिए क्योंकि शायद मौत ही इस जिंदगी का सबसे बड़ा आविष्कार है .  ये जिंदगी को बदलती है, पुराने को हटा कर नए का रास्ता खोलती है. और इस समय नए आप हैं. पर ज्यादा नहीं… कुछ ही दिनों में आप भी पुराने हो जायेंगे और रस्ते से साफ़ हो जायेंगे. इतना dramatic होने के लिए माफ़ी चाहता हूँ पर ये सच है.आपका समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और की जिंदगी जी कर व्यर्थ मत कीजिये. बेकार की सोच में मत फंसिए,अपनी जिंदगी को दूसरों के हिसाब से मत चलाइए. औरों के विचारों के शोर में अपनी अंदर की आवाज़ को, अपने intuition को मत डूबने दीजिए. वे पहले से ही जानते हैं की तुम सच में क्या बनना चाहते हो. बाकि सब गौड़ है.
जब मैं छोटा था तब एक अद्भुत publication, “The Whole Earth Catalogue”  हुआ करता था, जो मेरी generations की bibles में से एक था.इसे Stuart Brand नाम के एक व्यक्ति, जो यहाँ … MelonPark से ज्यादा दूर नहीं रहता था, और उसने इसे अपना poetic touch दे के बड़ा ही जीवंत बना दिया था. ये साठ के दशक की बात है, जब computer और desktop publishing  नहीं हुआ करती थीं., पूरा catalogue ..typewriters, scissors और  Polaroid cameras की मदद से बनाया जाता था. वो कुछ-कुछ ऐसा था मानो Google को एक book के form में कर दिया गया हो….वो भी गूगल के आने के 35 साल पहले.वह एक आदर्श था, अच्छे tools और महान विचारों से भरा हुआ था.
Stuart और उनकी team ने “The Whole Earth Catalogue”के कई issues  निकाले और अंत में एक final issue  निकाला. ये सत्तर के दशक का मध्य था और तब मैं आपके  जितना था. Final issue के back cover पे प्रातः काल का किसी गाँव की सड़क का द्दृश्य था…वो कुछ ऐसी सड़क थी जिसपे यदि आप adventurous हों तो किसी से lift माँगना चाहेंगे. और उस picture के नीचे लिखा था, Stay Hungry, Stay Foolish”..  ये उनका farewell message था जब उन्होंने sign-off  किया…,Stay Hungry, Stay Foolish” और मैंने अपने लिए हमेशा यही wish किया है, और अब जब आप लोग यहाँ से graduate हो रहे हैं तो मैं आपके लिए भी यही wish करता हूँ , stay hungry, stay foolish. Thank you all very much.
The GREAT STEVE JOBS died on 5th Oct 2011 after a years-long battle with pancreatic cancer.Such great men are born once in century, and they have no where to go but to Heaven. 

अपनी ideal life की तरफ बढाइये अपने कदम !

Move towards your ideal life

अपनी ideal life की तरफ बढाइये अपने कदम !

दोस्तों अगर मै अपने आस पास देखता हूँ तो मुझे एक्का-दुक्का लोग ही ऐसे दिखते हैं जो अपनी dream life  या ideal life जी रहे हैं. मेरे लिए ये कोई tension की बात नहीं है,पर  जो बात मुझे चिंतित करती है वो ये है कि बहुत कम लोग ही अपनी ideal life के बारे में सोचते हैं , और उससे भी कम उसे पाने का प्रयास करते हैं.
Ideal life से मेरा मतलब है एक ऐसी ज़िन्दगी जो आपके लिहाज़ से सबसे अच्छी हो,आपकी मनचाही हो,जिसे आप सच-मुच enjoy करें.
क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी ideal life कैसी होनी चाहिए ? नहीं, तो अभी से सोचना शुरू कर दीजिए. जिंदगी इतनी लम्बी नहीं है कि आप इस ज़रूरी काम को टाल सकें. और  दूसरी  बात  कि  ये  कोई  ऐसी  चीज  भी  नहीं  है  कि  इसे आज  सोचा  और  कल  पूरी  हो  गयी , इसमें  सालों  लग  सकते  हैं  या  एक  दशक  भी !!! पर  जब  भी  आप  इस  life को  पा  लेंगे  आप  दुनिया  के  सबसे  खुशहाल  लोगों  में  होंगे . इसलिए  आपको  इस  ओर कदम  बढ़ाना  ही  होगा .
अगर मैं अपनी बात करूँ तो फिलहाल मैं भी अपनी ideal life से दूर हूँ, पर इतना ज़रूर है कि मैं ये जानता हूँ कि मेरी ideal life कैसी होगी और मैं तेजी से उसकी तरफ बढ़ रहा हूँ. और शायद अगले दो – तीन सालों में वो reality होगी.
मेरे विचार से यदि आपको जानना है कि आपका आदर्श जीवन कैसा होगा तो आपको कुछ प्रश्नों के उत्तर अपने अंदर ढूँढने होंगे:
  •  आप अपनी ज़िंदगी कहाँ बीताना चाहते हैं?
  • क्या करते हुए बीताना चाहते हैं ?
  • किन लोगों के साथ बीताना चाहते हैं ?
और ये ध्यान रखना होगा कि इन प्रश्नों के उत्तर आपके अंदर की आवाज़ हैं ना  की society को impress करने के लिए कही गयी बातें.
For example: यदि आप एक सादा जीवन जीने में यकीन करते हैं तो आपके आदर्श जीवन में लम्बी लम्बी गाड़ियों और बड़े बड़े बंगलों की महत्ता नहीं है, पर सिर्फ इसलिए कि society इन्ही चीजों से impress होती है, आप इसे अपनी ideal life में include करें ये सही नहीं होगा. आपको सिर्फ खुद को impress करना है और किसी को नहीं.
आपको इन प्रश्नों के उत्तर विस्तार से सोचने होंगे. और यदि आप इस सोच को हकीकत बनते देखना चाहते हैं तो आपको इनमे डूबना होगा. आप चाहें तो इनसे सम्बंधित कोई sketch या  painting भी बना सकते हैं. या अपने दिमाग में एक छोटी सी movie बना सकते हैं ,जिसे आप बार बार अपने  mind में  play कर के देख सकते हैं. मैं अपनी ideal life के बारे में अक्सर अपनी diary में लिखता हूँ. और लगभग हर रोज उस बारे में सोचता हूँ. ऐसा करते वक्त मेरे आँखों के सामने कुछ दृश्य गुजरते हैं , जो मुझे खुशी का एहसास कराते हैं.
जहाँ तक ज़िन्दगी कहाँ और किन लोगों के साथ बीताने का प्रश्न है इनके उत्तर तो आप आसानी से सोच सकते हैं पर Ideal life  के बारे में plan करते हुए जो सबसे बड़ा challenge आपके  सामने  आ  सकता  है  वो  है  रोज़ी  रोटी  का  सवाल . शायद  आपका  काम आपको वहां  नहीं  जाने  देता  जहाँ  आप  रहना  चाहते  हैं ? इसीलिए  एक  ideal life के  बारे  में  सोचने  में  सबसे  ज़रूरी  है  कि  आप  अपने  काम  के  बारे  में  गंभीरता  से  सोचें .
यहाँ मैं काम से सम्बंधित दो rules आपके साथ share करना  चाहता  हूँ, जो आपके लिए helpful हो सकते हैं  :

10,000 Hour Rule:

 जाने  माने  author Malcolm Gladwell , कि  theory के  मुताबिक  आप  जो  कुछ  भी  करते  हैं  उसमे  महारथ  हासिल  करने  के  लिए  आपको  कम  से  कम  उस  काम  को  10,000 घंटे  करना होता है तभी  आप  उसमे  expert बन सकते हैं. इसका मतलब है  कि  यदि आप  रोज़  5 घंटे  किसी  काम  को  करेंगे तो  भी  Expert बनने  में  आपको 5-6 साल लग जायेंगे . इसलिए  patience रखिये , इसमें  time लगेगा.
Expert क्यों बनें ?
ताकि  आप  अपनी  terms and conditions पे  काम  कर  सकें . आप  चाहे  जिस field में  हैं  उसमे  best बनिए . यदि  आप  कोई  subject पढ़ाते  हैं  तो  उसमे  इतना  रम  जाइए  कि  आपकी  जैसी  जानकारी   वाला दूसरा कोई  दूर  दूर  तक  ना  हो . यदि  आप accounts का काम  करते  हैं  तो उसमे महारथ हासिल कर लीजिये ताकि लोग आपको एक consultant के रूप में देखें. Experts की respect होती है , उनका  नाम  होता  है  और  उन्हे  कभी  काम  की  कमी  नहीं  रहती …..चाहे  वो  जहाँ  रहे.
इसका  एक  example आप  अपने  High School- Inter days में  देख  सकते  हैं , ऐसे  कई  teachers होते  हैं  जो  किसी  school में  नहीं  पढ़ाते  पर  उनके  यहाँ  tuition पढने  वालों  की  line लगी  रहती  है …क्योंकि वो  अपने  subject में  expert होते  हैं . और  वो  ये  रुतबा  अपने  हज़ारों  घंटो  की  मेहनत  के  बाद  ही  हासिल  कर  पाते  हैं.
यदि आप currently जो काम करते हैं वो आपके मन का नहीं है तो आप रोज़ अपने मन के काम के लिए कुछ समय निकालिए और धीरे धीरे उसमे expert बनने का प्रयास कीजिये, George Burns की ये बात याद रखिये ,”जिस चीज  को आप चाहते हैं उसमे असफल होना जिस चीज को आप नहीं चाहते उसमे सफल होने से बेहतर है.” इसलिए लगे रहिये देर से ही सही एक दिन आप ज़रूर सफल होंगे. और जब  आप एक  expert बन  जायेंगे  तो  शायद  आप  अपने  dream place या  उसके  आस -पास  जा  कर  भी  अपना  काम  कर सकें . Globalization के  इस  दौर  में ऐसा  पहले  से  कहीं  अधिक  संभव  है . और  Internet के  माध्यम  से  भी  बहुत  से  लोग  अपने मन  का  काम  घर  बैठे  कर पा रहे  हैं .

Be Number 1 or 2 in your work

General Electric को  नयी  ऊँचाइयों  तक  पहुचाने  वाले CEO JACK WELCH की  एक  philosophy थी  कि  आपकी  company जिस  business में  भी  है  उसमे  या  तो  number 1 हो  या  number 2.
इसी  philosophy को  थोडा  mould कर  के  हम  अपनी  life में  भी  use कर  सकते  हैं . आप  जो  भी  काम  करते  हैं  उस  काम  में अपने  area में  number 1 या  number 2 बनिए . Area कैसे  define करना  है  ये  आपके  ऊपर  है  यदि  आप  किसी  छोटे  शहर  में  हैं  तो  पूरा  का  पूरा  शहर  ही  आपका  area हो  सकता है , और यदि आप  Delhi जैसी  बड़ी  जगह  पर  हैं  तो  आप  उसके  किसी इलाके में  #1 या  #2 बनने  का  लक्ष्य  निर्धारित  कर  सकते  हैं .
दोस्तों  आज  आप चाहे जिस  condition में  हों  , चाहे  जो  भी  आपकी  age हो , आप  अपनी  ideal life के  बारे  में  सोच  सकते  हैं  और  उस  तरफ  बढ़ने  के  प्रयास  में  जुट  सकते  हैं . और  यदि  आप  twenty something हैं  तो  फिर  तो  आप  बहुत  ही  अच्छी position में  हैं , अगर  आप  आज  से  ही effort करें  तो  probably 30 तक  पहुँचते  -पहुँचते  आप  अपने  मन  की  ज़िन्दगी  जी  रहे  होंगे . और  यदि  आप  की  age अधिक  भी  हो  तो  भी  ज़िन्दगी  भर  एक  second class life जीने  से  अच्छा  होगा  की  आप  जितनी  जल्दी  हो  सके  अपनी ideal life को reality बना पाएं.
All the best. :)
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Netaji Subhash Chandra Bose Speech In Hindi

Netaji Subhash Chandra Bose Speech in Hindi

Give me blood and I shall give you freedom!

तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा !

मित्रों  ! बारह   महीने   पहले   “ पूर्ण  संग्रहण ”(total mobilization) या  “परम  बलिदान ”(maximum sacrifice) का  एक  नया  कार्यक्रम  पूर्वी  एशिया  में  मौजूद  भारतीयों  के  समक्ष  रखा  गया  था . आज  मैं  आपको  पिछले  वर्ष  की  उपलब्धियों  का  लेखा -जोखा  दूंगा  और  आपके  सामने  आने  वाले  वर्ष  के  लिए  हमारी  मांगें  रखूँगा . लेकिन ये बताने  से  पहले  ,मैं  चाहता  हूँ  कि  आप  इस  बात  को  समझें  कि  एक  बार  फिर  हमारे  सामने  स्वतंत्रता  हांसिल  करने  का  स्वर्णिम  अवसर  है .अंग्रेज  एक  विश्वव्यापी  संघर्ष  में  लगे  हुए  हैं  और  इस  संघर्ष  के  दौरान  उन्हें  कई   मोर्चों  पर  बार  बार  हार  का  सामना  करना  पड़ा  है . इस  प्रकार  दुश्मन  बहुत  हद्द  तक  कमजोर  हो  गया  है ,स्वतंत्रता  के  लिए  हमारी  लड़ाई  आज  से  पांच  साल  पहले  की  तुलना  में  काफी  आसान  हो  गयी  है . इश्वर  द्वारा  दिया  गया  ऐसा  दुर्लभ  अवसर  सदी  में  एक  बार  आता  है .इसीलिए  हमने  प्राण  लिया  है  की  हम   इस  अवसर  का  पूर्ण  उपयोग   अपनी  मात्र  भूमि  को  अंग्रेजी  दासता  से  मुक्त  करने  के  लिए  करेंगे .
मैं  हमारे  इस  संघर्ष  के  परिणाम  को  लेकर  बिलकुल  आशवस्थ  हूँ , क्योंकि  मैं  सिर्फ  पूर्वी  एशिया  में  मौजूद  30 लाख  भारतीयों  के  प्रयत्नों  पर  निर्भर  नहीं  हूँ . भारत  के  अन्दर  भी  एक  विशाल  आन्दोलन  चल  रहा  है  और  हमारे  करोडो  देशवासी  स्वतंत्रता  पाने  के  लिए  कष्ट  सहने  और  बलिदान  देने  को  तैयार  हैं .
दुर्भाग्यवश  1857 के  महासंग्राम  के बाद से   हमारे  देशवासी  अस्त्रहीन  हैं  और  दुश्मन  पूरी  तरह  सशश्त्र  है . बिना  हथियारों  और  आधुनिक  सेना  के  , ये  असंभव  है  कि  इस  आधुनिक  युग  में  निहत्थे  आज्ज़दी  की  लड़ाई  जीती  जा  सके . ईश्वर  की  कृपा  और  जापानियों  की  मदद  से  पूर्वी  एशिया  में  मौजूद  भारतीयों  के  लिए  हथियार  प्राप्त  करके  आधुनिक  सेना  कड़ी  करना   संभव  हो  गया  है .  इसके  अलावा   पूर्वी  एशिया  में  सभी  भारतीय  उस  व्यक्ति  से  जुड़े  हुए  हैं  जो  स्वतंत्रता  के  लिए  संघर्ष  कर  रहा  है , अंग्रेजों  द्वारा  भारत  मिएँ  पैदा  किये  गए  सभी  धार्मिक  एवं  अन्य  मतभेद  यहाँ  मौजूद  नहीं  हैं . नतीजतन  , अब  हमारे  संघर्ष  की  सफलता  के  लिए  परिस्थितियां  आदर्श  हैं - और  अब  बस  इस  बात  की  आवश्यकता  है  कि  भारतीय  आज्ज़दी  की  कीमत  चुकाने  के  लिए  खुद  सामने  आएं .
पूर्ण  संग्रहण  कार्यक्रम  के  अंतर्गत  मैंने  आपसे   मेन , मनी .मेटेरियल  ( लोगों  ,धन ,सामग्री )की   मांग  की  थी . जहाँ  तक  लोगों  का  सवाल  है  मुझे  ये  बताते  हुए  ख़ुशी  हो  रही  है  की  मैंने  पहले  से  ही  पर्याप्त  लोग  भारती  कर  लिए  हैं .भरती  हुए  लोग  पूर्वी  एशिया  के  सभी  कोनो  से  हैं - चाईना ,जापान , इंडिया -चाईना , फिलीपींस , जावा , बोर्नो , सेलेबस , सुमात्रा , , मलय , थाईलैंड  और  बर्मा .
आपको   मेन ,मनी ,मटेरिअल , की आपूर्ती  पूरे  जोश  और  उर्जा  के  साथ  जारी  रखना  होगा ,विशेष  रूप  से  संचय और  परिवहन  की  समस्या  को  हल  किया  जाना  चाहिए .
हमें   मुक्त  हुए  क्षेत्रों  के  प्रशाशन  और  पुनर्निर्माण  हेतु  हर  वर्ग  के  पुरूषों  और  महिलाओं  की  आवश्यकता  है .हमें  ऐसी  स्थिति  के  लिए  तैयार   रहना  होगा  जिसमे  दुश्मन  किसी  इलाके  को  खाली  करते  समय  इस्कोर्चड  अर्थ  पालिसी  का  प्रयोग  कर  सकता   है  और  आम  नागरिकों  को  भी  जगह  खाली  करने  के  लिए  मजबूर  कर  सकता  है , जैसा  की  बर्मा  में  हुआ  था .
सबसे  महत्त्वपूर्ण  समस्या  मोर्चों  पर  लड़  रहे  सैनिकों  को  अतरिक्त  सैन्य  बल  और  सामग्री  पहुंचाने  की  है .अगर  हम ऐसा  नहीं  करते  हैं  तो  हम  लड़ाई के मोर्चों  पर  अपनी  सफलता  बनाए  रखने  की  उम्मीद  नहीं  कर  सकते . और  ना  ही  भारत  के  अन्दर  गहरी  पैठ  करने  की  उम्मीद  कर  सकते  हैं .
आपमें  से  जो  लोग  इस  घरेलु  मोर्चे पर  काम  करना  जारी  रखेंगे  उन्हें  ये  कभी  नहीं  भूलना चाहिए  की  पूर्वी  एशिया - विशेष  रूप  से  बर्मा - आज़ादी  की  लड़ाई  के  लिए  हमारे  आधार  हैं . अगर  ये  आधार  मजबूत  नहीं  रहेगा  तो  हमारी  सेना  कभी  विजयी  नहीं  हो  पायेगी . याद  रखिये  ये  “पूर्ण  युद्ध  है ”- और  सिर्फ  दो  सेनाओं  के  बीच  की  लड़ाई  नहीं . यही  वज़ह  है  की  पूरे  एक  साल  से मैं  पूर्व  में  पूर्ण संग्रहण  के  लिए  जोर  लगा  रहा  हूँ .
एक  और  वजह  है  कि  क्यों  मैं  आपको  घरेलु  मोर्चे  पर  सजग  रहने  के  लिए  कह  रहा  हूँ . आने  वाले  महीनो  में   मैं  और   युद्ध  समिति  के  मेरे  सहयोगी  चाहते  हैं  की  अपना   सारा  ध्यान  लड़ाई  के  मोर्चों  और   भारत  के  अन्दर  क्रांति  लेन  के  काम  पर   लगाएं .  इसीलिए , हम  पूरी  तरह  आस्वस्थ  होना  चाहते  हैं  कि  हमारी  अनुपस्थिति   में  भी  यहाँ  का  काम  बिना  बाधा  के  सुचारू  रूप  से चलता  रहेगा .
मित्रों , एक  साल  पहले  जब  मैंने  आपसे  कुछ  मांगें   की  थी  , तब  मैंने  कहा  था  की  अगर  आप  मुझे  पूर्ण  संग्रहण  देंगे  तो  मैं  आपको  ’दूसरा  मोर्चा’  दूंगा . मैंने  उस  वचन  को  निभाया  है . हमारे  अभियान  का  पहला  चरण  ख़तम  हो  गया  है . हमारे  विजयी  सैनिक  जापानी  सैनिकों  के  साथ  कंधे  से  कन्धा  मिला  कर  लड़  रहे  हैं , उन्होंने  दुश्मन को  पीछे  ढकेल  दिया  है  और  अब बहादुरी से अपनी मात्रभूमि की पावन धरती पर लड़ रहे हैं.
आगे जो काम है उसके लिए अपनी कमर कस लीजिये. मैंने मेन,मनी,मटेरिअल के लिए कहा था. मुझे वो पर्याप्त मात्र में मिल गए हैं. अब मुझे आप चाहियें. मेन ,मनी मटेरिअल अपने आप में जीत या स्वतंत्रता नहीं दिला सकते. हमारे अन्दर प्रेरणा की शक्ति होनी चाहिए जो हमें वीरतापूर्ण और साहसिक कार्य करने के लिए प्रेरित करे.
सिर्फ ऐसी इच्छा रखना की अब भारत स्वतंत्र हो जायेगा क्योंकि विजय अब हमारी पहुंच में है एक घातक गलती होगी. किसी के अन्दर स्वतंत्रता का आनंद लेने के लिए जीने की इच्छा नहीं होनी चाहिए. हमारे सामने अभी भी एक लम्बी लड़ाई है.
आज हमारे अन्दर बस एक ही इच्छा होनी चाहिए- मरने की इच्छा ताकि भारत जी सके- एक शहीद की मृत्यु की इच्छा, ताकि स्वतंत्रता का पथ शहीदों के रक्त से प्रशस्त  हो सके. मित्रों! स्वतंत्रता संग्राम में भाग ले रहे मेरे साथियों ! आज मैं किसी भी चीज से ज्यादा आपसे एक चीज की मांग करता हूँ. मैं आपसे आपके खून की मांग करता हूँ. केवल खून ही दुश्मन द्वारा बहाए गए खून का बदला ले सकता है. सिर्फ ओर सिर्फ  खून ही ही आज़ादी की कीमत चुका सकता है.